काम के चौकीदार जो सुबह तैयार होकर तय समय से पहले ही ड्यूटी पर पहुँच जाता है ओ इस लिए की कही मालिक नाराज न हो जाये और सुबह से लेकर शाम तक लगभग 8-10 घंटे रोज तीस दिन तक बराबर ड्यूटी करता है तब जाकर उसको 8-10 रूपये वेतन के रूप में मिलता है और उसी से अपने घर के बच्चों की बढ़ाई घर का राशन जैसे अपने सारे जरूरतों को पूरा करता है।
नाम के चौकीदार जिनके सोकर उठने कोई समय ही नहीं रहता और ड्यूटी का भी कोई समय सीमा निर्धारित नहीं रहती और वेतन तो उतने जितने 5-6 काम के चौकीदार कार्य कर सकते है और उनकी सारी जरूरते तो सरकार पूरी करती है किसी चीज से इनको फर्क नहीं पड़ती।
आइए जानते हैं सांसदों को कितना वेतन और भत्ता मिलता है
1. लोकसभा और राज्यसभा के सांसद कार्यकाल के दौरान 50 हजार रुपये का वेतन मिलता है.
2. अगर सांसद की कार्यवाही के दौरान उसमें शामिल होते हैं, और रजिस्टर में हस्ताक्षर करते हैं तो उन्हें 2000 रुपये हर रोज का भत्ता मिलता है.
एक सांसद अपने क्षेत्र में कार्य कराने के लिए 45000 रुपये प्रतिमाह भत्ता पाने का हकदार होता है.
3. कार्यालयीन खर्चों के लिए एक सांसद को 45000 रुपये प्रतिमाह मिलता है. इसमें से वह 15 हजार रुपये स्टेशनरी पर खर्च कर सकता है. इसके अलावा अपने सहायक रखने पर सांसद 30 हजार रुपये खर्च कर सकता है.
4. सांसद निधि (मेंबर ऑफ पार्लियामेंट लोकल एरिया डेवलपमेंट) स्कीम के तहत सांसद अपने क्षेत्र में 5 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष का खर्च करने की सिफारिश कर सकता है.
5. सांसदों को हर तीन महीने में 50 हजार रुपये यानी करीब 600 रुपये रोज घर के कपड़े धुलवाने के लिए मिलते हैं.
6. सांसदोंको हवाई यात्रा का 25 प्रतिशत ही देना पड़ता है. इस छूट के साथ एक सांसद सालभर में 34 हवाई यात्राएं कर सकता है. यह सुविधा पति/पत्नी दोनों के लिए है.
7. ट्रेन में सांसद फर्स्ट क्लास एसी में अहस्तांतरणीय टिकट पर यात्रा कर सकता है. उन्हें एक विशेष पास दिया जाता है.
8. एक सांसद को सड़क मार्ग से यात्रा करने पर 16 रुपये प्रतिकिलोमीटर यात्रा भत्ता मिलता है.